वैसे तो दिवाली रोशनी का त्योहार है लेकिन इस पांच दिवसीय पर्व पर रंगों का भी बहुत महत्व है। हिंदू धर्म का यह सबसे बड़ा त्योहार है। धनतेरस से भाईदूज तक आंगन से सड़कों पर अलग ही रौनक होती है। पांच दिनों तक घर और दुकान को रंगीन सीरीज और रंगोली से सजाया जाता है। एक वक्त था जब महिलाएं चावल के आटे से रंगोली बनाती थी। और वह बहुत शुभ होता था। लेकिन वक्त के साथ वह प्रथा धूमिल हो गई। अब रंग-बिरंगे रंग से रंगोली बनाई जाती है। कहा जाता है कि रंगोली बनाने से देवी लक्ष्मी आपके घर आती है। तो आइए जानते हैं धनतेरस से रूप भाई दूज तक कब और कौन-सी रंगोली बना सकते हैं -
1. धनतेरस रंगोली: इस दिन आप फूलों से रंगोली बना सकते हैं। जी हां, फूलों से बनी रंगोली बेहद खूबसूरत लगती है। उसे अलग-अलग डिजाइन में बना सकते हैं। आमतौर पर गोल घेरे या आाधी रंगोली मुख्य द्वार पर बनाने का प्रचलन है। रंगोली बनाने के बाद आप उस पर बड़ी-बड़ी चमक डाल सकते हैं। और साथ ही थोड़ा इत्र का छिड़काव कर दें।
2. रूप चौदस रंगोली: इस दिन आप आकृति के रूप में रंगोली बना सकते हैं। आकृति किसी की भी हो सकती है। हालांकि कोशिश करें किसी भगवान की नहीं हो। अगर आप आकृति वाली रंगोली नहीं बना सकते हैं तो एब्सट्रैक्ट रंगोली बना सकते हैं। इसमें आप मन से डिजाइन बनाकर चटक रंग का प्रयोग करें। उससे रंगोली का उठाव अच्छे से आता है।
3. दिवाली रंगोली: इस दिन आप तेल की रंगोली बना सकते हैं। वह हमेशा अच्छी लगती है। इसके लिए आपको सबसे पहले बड़ी परात लेना होगी। उसमें अच्छे से सभी जगह तेल लगा दें। इसके बाद डिजाइन बनाकर रंग भर दें। और साइड से धीरे-धीरे परात में पानी डाल दें। रंगोली तैयार। अगर चमक भी डालना चाहते हैं तो पानी डालने से पहले चमक भी डाल दें।
4. गोवर्धन पूजा: इस दिन आप गोल चक्रा में रंगोली बना सकते हैं। कोशिश करें छोटा बनाएं और उसमें चटक रंग के हल्का और गहरा रंग का कॉम्बिनेशन भरें। इससे वह सुंदर लगेगी