वास्तु, जिसे हम एक प्रकार से ज्योतिष भी कह सकते हैं। यह हमें दिशा संबंधी ज्ञान कराता है तथा पारिवारिक कलह से भी छुटकारा दिलाता है। कई बार हम भवन निर्माण या व्यवसाय हेतु जमीन क्रय करते हैं परंतु दुर्भाग्यवश उस जमीन को क्रय करने से ही हमारा चैन-सुकून सब छीन जाता है। कुछ लोग इसे अपना दुर्भाग्य कहते हैं, वहीं कुछ लोग इसे अपनी जानबूझकर की हुई गलती का नाम देते हैं।
वास्तु हमें इसी प्रकार की विकट परिस्थितियों से निपटने के उपाय बताता है। लेकिन बेहतर होगा यदि हम गलती करने के पश्चात उसके उपायों को ढूँढने की बजाय गलती करने से ही परहेज करें। यदि आप जमीन क्रय करते समय निम्न बातों ध्यान रखेंगे तो शायद आप परेशानियों से बच सकते हैं।
यदि आप कोई प्लाट खरीद रहे हैं तो वास्तु की कुछ बातों को ध्यान में जरूर रखें - कभी भी ऐसे व्यक्ति/से जमीन न खरीदें - * जो किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हो। * घर का विक्रय किसी चिड़चिड़े या दुर्भाग्यशाली व्यक्ति ने किया हो। * जिस जमीन में चींटी के घर, हड्डियाँ आदि मौजूद हो। * जो दिवालिया घोषित हो चुका हो। * जिसने जमीन किसी धार्मिक कार्य के लिए दान दी हो। * जिसने देश छोड़ दिया हो। * जिस जमीन का उपयोग जादूगर या तांत्रिक करते आए हों।