उड़द की दाल, ज्यादा सरसों का शाक, भेड़ का दूध, गुड़ की राब आदि पदार्थों का सेवन यथासंभव नहीं करना चाहिए...
काम करते समय कई बार हमें यह मालूम नहीं हो पाता कि हाथ-पाँव में मोच लग गई है, कुछ समय बाद उस जगह दुःख
यदि आपका गर्भ सुरक्षित है, तब भी आप यहाँ दिए गए प्रयोग कर लाभ उठा सकती हैं। प्रथम मास में गर्भिणी स्...
गला खराब होने का मतलब अक्सर गले में दर्द होना या खुजली जैसा होना, गले में कफ जम जाना और गले की आवाज ...
चंद्रामृत रस 4 रत्ती, श्रृंग भस्म 1 1/2 रत्ती, नौसादर 1 1/2 रत्ती, मल्लसिंदूर 1 रत्ती लेकर सबको एकसा...
इस ऋतु में आलस्य खूब आता है और बिस्तर में दबे रहने का इरादा होता है, लेकिन आलस्य करना ठीक नहीं। इन ब...
प्याज के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से उल्टियाँ आना बंद हो जाती हैं...
चंदन में गुलाब जल डालकर उसका लेप लगाने से भी लाभ होता है। मुँहासों पर आधे घंटे तक यह लगा रहने दें। फ...
सुबह उठते ही एक गिलास पानी पीना खाना दस से बारह बजे के बीच खाना
दमा के तीव्र वेग में तत्काल कफ निकालने का उपाय करना चाहिए। इसके लिए सरसों का तेल गर्म कर तथा इसमें ...
शरीर में उष्णता या खुश्की बढ़ जाने, नंगे पैर चलने-फिरने, खून की कमी, तेज ठंड के प्रभाव से तथा धूल-मिट...
गलत खानपान के कारण कभी-कभी बच्चों और बड़ों को पेट दर्द होने लगता है। पेट दर्द को दूर करने हेतु एक घरे...
पेट में कई बार तेज जलन होती है, कभी इतनी तेज होती है कि लगता है जैसे पेट में आग लग गई हो या भट्टी जल...
मूली स्वयं हजम नहीं होती, लेकिन अन्य भोज्य पदार्थों को पचा देती है। भोजन के बाद यदि गुड़ की 10 ग्राम ...
शरीर से बहुत पसीना आता हो तो बबूल की पत्तियां पीसकर शरीर पर मसलें। इसके बाद छोटी हरड़ का महीन पिसा हु...
एक चम्मच अजवायन और एक चम्मच तम्बाकू के चूरे को दो चम्मच गुड़ में मिलाकर टिकिया बना लें। जहां कांटा लग...
खान-पान की गड़बड़ी और पाचन शक्ति की कमजोरी से खाया हुआ आहार ठीक से पच नहीं पाता और अकसर पतले दस्त लग ज...
नाभि टलने को धरण गिरना या नाभि खिसकना कहते हैं