World Autism Awareness Day : प्रतिवर्ष 2 अप्रैल को विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस/ वर्ल्ड ऑटिज्म जागरूकता दिवस मनाया जाता है। ऑटिज्म एक ऐसी बीमारी है, जिसमें बच्चे का दिमाग ठीक तरह से डेवलप नहीं हो पाता है। यह एक प्रकार से मानसिक बीमारी है, इसमें इससे पीड़ित बच्चों को जीवन गुजारने के लिए हर वक्त किसी की सहायता की जरूरत होती है। इसी रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से ऑटिज्म से पीड़ित बच्चों के जीवन में बेहतरीन सुधार तथा जरूरी कदम उठाने के उद्देश्य से यह दिन मनाया जाता हैं।
आपको बता दें कि ऑटिज्म जैसे विषय पर आधारित कई फिल्में भी बनाई गई हैं, जैसे- तारे जमीं पर, कोई मिल गया, मैं ऐसा ही हूं, माय नाम इज खान, बर्फी और ब्लैक। ये फिल्में हमें बच्चों के इस रोग के प्रति जागरूक करती है, तथा सही समय पर उचित देखभाल करने की दिशा में कदम उठाने की सलाह भी देती हैं।
डॉक्टर की मानें तो प्रेग्नेंसी के दौरान खान-पान अच्छा रखना चाहिए, ऐसा नहीं करने पर बच्चे का दिमाग पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाता है। हालांकि यह बीमारी सेंट्रल नर्वस सिस्टम को नुकसान होने के कारण ऑटिज्म नामक बीमारी होने की आशंका बढ़ जाती है।
इस दिन को मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने की थी। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 02 अप्रैल 2007 को विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस की घोषणा की थी। इस बीमारी में बच्चा अपनी ही धुन में रहता है। यह दिमाग के विकास के दौरान होने वाले विकार है।
डॉक्टर के मुताबिक बच्चों में ऑटिज्म के लक्षण 3 साल की उम्र में ही नजर आने लगते हैं। इस बीमारी में दिमाग का विकास सामान्य बच्चों से बिल्कुल अलग होता है। वे एक ही काम को बार-बार दोहराते हैं। कोई डरा सहमा होता है तो कोई किसी प्रकार की प्रतिक्रिया नहीं देते हैं।
ऑटिज्म एक ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर/ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जो आजीवन बच्चों के मस्तिष्क के कामकाज को प्रभावित करता है, जिसे विकासात्मक विकार भी कहा जाता है। इसमें पीड़ित बच्चों को लोगों से बातचीत करने में दिक्कत महसूस होती है।
ऑटिज्म के लक्षण-
- बच्चे किसी की आवाज सुनने के बाद भी रिएक्ट नहीं करते हैं।
- चीजों को सीखने में दिक्कत होती है।
- ये बच्चे दिखने में भी अलग होते हैं।
- अपनी धुन में मस्त रहना।
- किसी एक कार्य को बार-बार दोहराना।
विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस 2024 की थीम: World Autism Awareness Day Theme 2024
आपको बता दें कि इस दिन के लिए संयुक्त राष्ट्र द्वारा हर साल एक थीम भी तय की जाती है। वर्ष 2024 में विश्व ऑटिज्म जागरूकता दिवस की थीम 'एम्पावरिंग ऑटिस्टिक वॉयस' (Empowering Autistic Voices) रखी गई है।