इसलिए महान है भारत... पढ़ें 10 बातें...

मंगलवार, 4 अगस्त 2015 (16:50 IST)
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भारत की पहचान विश्व में एक समृद्ध और शांतिप्रिय राष्ट्र के रूप में होती है। 1947 में अंग्रेजों की बेड़ियों से मुक्त होकर विश्व पटल पर भारत ने अपनी एअलपहचान बनाई।

रक्षा से लेकर तकनीक, उद्योग आज भारत सभी क्षेत्रों में किसी से कम नहीं हैं। विकास के हर क्षेत्र में आज भारत की अपनी पहचान है। भारत में ऐसी लाखों विशेषताएं हैं जो भारत को महान बनाती हैं उनमें से जानते हैं कुछ खास बातें...

अहिंसा और शांति का संदेश : विश्व में भारत की पहचान एक शांतिप्रिय देश के रूप में होती है। भारत के इतिहास को देखा जाए तो भारत ने किसी भी देश पर हमला नहीं किया है। ऐसा नहीं है कि भारत सामरिक रूप से कमजोर है।

भारत के पास दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सैन्य शक्ति है। भारत के गिनती विश्व के उन चुनिंदा देशों में होती है, जिसके पास आधुनिक हथियार और मिसाइलें हैं। सुपरसोनिक ब्रह्मोस, पृथ्वी, अग्नि, नाग, जैसी मिसाइलें देश के पास हैं, जो ‍चंद सेकंड्‍स में दुश्मनों के छक्के छुड़ा सकती हैं।

जल, जमीन और आकाश तीनों में भारत की सैन्य शक्ति बहुत मजबूत है। भारत की नीति आक्रामक देश के रूप में नहीं बल्कि शांतिप्रिय देश के रूप में होती है। बुद्ध और गांधी का देश भारत बंदूक से नहीं बातचीत से हर समस्या कर हल करना चाहता है। भारत की इसी कमजोरी का लाभ पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन उठाते रहते हैं।

 

आगे पढ़ें... योग विद्या का जन्मदाता...


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आज जो योग विद्या दुनियाभर में धूम मचा रही है, वह भारत में पिछले पांच हजार वर्षों से मौजूद है। योगविद्या से ही आज दुनिया स्वस्थ रहने का मंत्र सीख रही है।

योग का उल्लेख संसार की प्रथम पुस्तक ऋग्वेद में मिलता है। ऋ‍ग्वेद को आज से 6 हजार वर्ष पूर्व लिखा गया था लेकिन यह 90 हजार वर्ष से ऋषियों को कंठस्थ था।

योगाभ्यास का प्रामाणिक चित्रण लगभग 3000 ईपू सिन्धु घाटी की सभ्यता के समय की मोहरों और मूर्तियों में मिलता है। महर्षि पातंजलि ने योग की बिखरी हुई विद्या को एक क्रम में बांटकर योगसूत्र लिखा। योग पर लिखा गया सर्वप्रथम सुव्यव्यवस्थित ग्रंथ है- योगसूत्र।

योगसूत्र को पांतजलि ने 200 ई.पूर्व लिखा था। इसे योग पर लिखी पहली सुव्यवस्थित लिखित प्रमाणिक कृ‍ति मानते हैं। हालांकि योग में और भी कई शास्त्र और भाष्य हैं। गुरु मत्स्येंद्र नाथ और उनके शिष्य गोरखनाथ ने योग विद्या को बहुत बढ़ावा दिया।

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विश्व में पहला ग्रेनाइट मंदिर तमिलनाडु के तंजौर में स्थि‍त है। बृहदेश्वर मंदिर का शिखर ग्रेनाइट के 80 टन के टुकड़ों से बना है।

यह भव्य मंदिर राजाराज चोल के राज्य के दौरान केवल 5 वर्ष की अवधि में (985-1012.ए.डी.) बनाया गया था। यह मंदिर वास्‍तुकला का शानदार उदाहरण है। यह मंदिर पूरी तरह से ग्रेनाइट से बना है

गर्भगृह में 8.7 मीटर ऊंचा शिवलिंग विराजित है। दीवारों पर विशाल आकार में इनका चित्रात्‍मक प्रस्‍तुतिकरण है और अंदर के मार्ग में दुर्गा, लक्ष्‍मी, सरस्‍वती और भिक्षाटन, वीरभद्र कालांतक, नटेश, अर्धनारीश्‍वर और अलिंगाना रूप में शिव को दर्शाया गया है।

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भारतीय रेल दुनिया की चौथी सबसे बड़ी रेलसेवा है। यह दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान करने वाला उपक्रम है।

भारतीय रेलवे 63,974 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग के साथ दुनिया का चौथा सबसे विशाल रेल यातायात नेटवर्क संचालित करता है।

भारतीय रेलवे प्रतिदिन 19,000 ट्रेनें संचालित की जाती हैं। भारतीय रेलवे में 10 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार प्रदान किया है।

सॉफ्टवेयर का बड़ा निर्यातक : धर्म और अध्यात्म के साथ यहां तकनीकी ज्ञान का भी भंडार है। भारतीय तकनीक का लोहा पूरी दुनिया मानती है। भारत की सॉफ्टवेयर कंपनियां दुनिया के 90 से ज्यादा देशों में निर्यात करती है। इंफोसिस, विप्रो, टाटा कंसल्टेंसी, महिन्‍द्रा सत्‍यम, एचसीएल, एलएंडटी जैसी भारतीय कंपनियां सॉफ्टवेयर का निर्यात करती हैं।

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सबसे बड़ा लोकतंत्र : भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकत्रां‍तिक देश है। जनता द्वारा अपने वोट से प्रतिनिधियों का चुनाव करती है, जो उनके लिए नीति-निर्माता होते हैं।

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जनता ही अपनी सरकार का चुनाव करती है। लोकसभा और राज्यसभा में जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधि सरकार और विपक्ष के रूप में बैठते हैं। भारत को एक लोकतंत्र देश होने पर गर्व है। यह विश्व का सातवां सबसे बड़ा देश है।

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भारत को कभी सोने की चिड़िया कहा जाता था। 2 फरवरी 1835 को ब्रिटिश संसद में थॉमस मैकाले के भाषण का एक अंश जिसमें उन्होंने कहा था कि 'भारत में जिस व्यक्ति के घर में भी मैं कभी गया तो मैंने देखा कि वहां सोने का ढेर ऐसे लगा रहता है, जैसे गेहूं का ढेर किसानों के घरों में रखा जाता है।

भारतवासी इन सिक्कों को भी गिन नहीं पाते, क्योंकि गिनने की फुर्सत नहीं होती है इसलिए वो तराजू में तौलकर रखते हैं। किसी के घर में 100 किलो, किसी के यहां 200 तो किसी के यहां 500 किलो सोना है। इस तरह भारत के घरों में सोने का भंडार भरा हुआ है।'

भारत के पास विश्वप्रसिद्ध कोहिनूर ‍हीरा था, जो अब लंदन के म्यूजियम में है। वर्ष 1896 तक भारत विश्व में हीरे का एकमात्र स्रोत था। पन्ना में हीरा की खदानें मौजूद हैं।

भारत के पास विश्व प्रसिद्ध कोहिनूर ‍हीरा था, जो अब लंदन के म्यूजियम में है। वर्ष 1896 तक भारत विश्व में हीरे का एकमात्र स्रोत था। हीरा-पन्ना की खदानें यहां थीं।

अगले पन्ने पर... सांप्रदयिक सौहार्द की मिसाल...


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भारत में अनेक जाति और संप्रदाय के लोग रहते हैं। उनकी अपने रीति-रिवाज, विविधताएं हैं। धर्मों में भिन्न होने के बाद भी लोग मिलकर रहते हैं।

भारत में करीब यहां 300 से अधिक भाषाएं बोली जाती हैं। प्रमुख धर्मों के लोग मिलकर यहां रहते हैं। पारसी धर्म के सबसे ज्यादा लोग भारत में रहते हैं। विश्व पटल पर अनेकता में एकता भारत की पहचान है।

आगे पढ़ें... दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान...


सबसे ऊंचा क्रिकेट मैदान : भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता है। राष्ट्रीय खेल हॉकी के मुकाबले यहां क्रिकेट बहुत लोकप्रिय है।

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भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट के भगवान का दर्जा देते हैं। दुनिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदा हिमाचल प्रदेश के चायल नामक स्थान पर है। इसे समुद्री सतह से 2444 मीटर की ऊंचाई पर भूमि को समतल बनाकर तैयार किया गया है।

दुनिया में सबसे अधिक डाकघर : संचार माध्यमों ने भले ही तरक्की कर ली हो और पत्रों, पोस्टकार्ड की जगह एसएमएस और कोरियर ने ले ली हो, लेकिन भारतीय डाक प्रणाली की मिसाल आज भी दुनिया में मानी जाती है। भारत में विश्व से सबसे अधिक संख्या में डाकखाने स्थिति हैं। देश में करीब 1 लाख 55 हजार से ज्यादा डाकखाने हैं।

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