कमाल की बात यह है कि यह द्वीप हर छह महीने में अपना देश बदल लेता है! हम बात कर रहे हैं फ्रांस और स्पेन के बीच स्थित फीजेंट द्वीप (Pheasant Island) के बारे में जिस पर ये दोनों देश बारी-बारी से शासन करते हैं। यह एक ऐसा उदाहरण है जो हमें सिखाता है कि सीमाएं बांटने के बजाए जोड़ भी सकती हैं। आइए इस आलेख में जानते हैं इससे जुड़ी रोचक बातें।
कैसे बदलती है फीजैंट द्वीप की राष्ट्रीयता?
फीजैंट द्वीप पर 1659 में 'पिरिनीज़ की संधि' (Treaty of the Pyrenees) के तहत एक समझौता हुआ। इस संधि के अनुसार, यह द्वीप हर 6 महीने में एक बार स्पेन और फ्रांस के बीच बदलता रहता है। 1659 से चली आ रही इस अनोखी परंपरा में दोनों देश बिना किसी विवाद के शांतिपूर्ण तरीके से शासन की जिम्मेदारी एक-दूसरे को सौंपते हैं।
क्यों है यह द्वीप खास?
फीजैंट द्वीप का अनोखा प्रशासनिक मॉडल दुनिया भर में अनूठा है।
फीजैंट द्वीप (Pheasant Island) एक छोटा लेकिन अनोखा द्वीप है, जो स्पेन और फ्रांस के बीच स्थित है। यह द्वीप 200 मीटर लंबा और केवल 40 मीटर चौड़ा है, लेकिन इसकी खासियत यह है कि हर 6 महीने में इसकी राष्ट्रीयता बदलती है।
क्या आप फीजैंट द्वीप जा सकते हैं?
अपनी इन विशेषताओं के बाद खास बात यह है कि यह द्वीप आम जनता के लिए खुला नहीं है। केवल विशेष अनुमति से ही यहां जाया जा सकता है। इस द्वीप की यात्रा आमतौर पर प्रशासनिक कारणों से ही होती है।
फीजैंट द्वीप न केवल ऐतिहासिक महत्व रखता है बल्कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी अनोखा है। हर 6 महीने में राष्ट्रीयता बदलने के बावजूद, यहां पासपोर्ट बदलने की जरूरत नहीं पड़ती। यह द्वीप स्पेन और फ्रांस के शांतिपूर्ण संबंधों का प्रतीक है।