eid ul fitr food menu 2024 : रमजान 2024 समाप्ति की ओर है और चांद दिखने के बाद ईद उल-फ़ित्र का त्योहार मनाया जाएगा। इसी के साथ ही रमजान के आखिरी अशरा खत्म होते-होते ईदुल फितर की आहट से इन दिनों बाजार भी सिवइयां और शीर-खुरमे से सजने लगे हैं। वर्ष 2024 में ईद उल-फ़ित्र का त्योहार 10 या 11 अप्रैल को मनाया जा सकता है। रमजान खत्म होने और ईद-उल-फितर का त्योहार पास आते ही हर बाशिंदे के मन में शीर-खुरमा, सिवइयों के मीठे स्वाद का एक अलग ही अहसास भर जाता है।
आइए जानते हैं ईद-उल-फितर मनाने के व्यंजन-
shir Khurma
* शीर खोरमा: मीठी सिवइयां या शीर-खुरमा सिवइयां मशीन से भी बनती हैं और हाथ से भी। यह मैदे की होती हैं। जब इसे दूध और मेवे के साथ बनाया जाता है तो यह शीर-खुरमा कहलाता है। शीर यानी दूध, खुरमा या कोरमा यानी कि सूखे मेवे का मिक्चर। इसमें खोपरा, किशमिश, छुहारा, काजू आदि शामिल रहते हैं। इसे मीठे दूध में भीगी सिवइयों पर सजाया जाता है।
Dudh feni
* दूध फेनी : ईद पर सिवइयां और फेनी अच्छे-अच्छों के मुंह में पानी ला देती है। सिवइयों और फेनी में बुनियादी फर्क यह है कि फेनी तार के गुच्छे की तरह होती है। इसे बनाने में ज्यादा मेहनत लगती है। इसे घी में तला जाता है। यह रंगीन भी मिलती है। कम तली हुई सफेद और ज्यादा तली हुई लाल या जाफरानी रंग की फेनी होती है। फेनी को दूध के साथ ही खाया जाता है। सिवइयां नमकीन भी मिलती हैं।
Dates Barfi
* खजूर यानी डेट्स बर्फी : खजूर बर्फी बनाने के लिए सबसे पहले 1 लीटर दूध, 150 ग्राम पिंडखजूर (गुठली निकले हुए), 2 चम्मच देसी घी, 1/2 कप मेवे की कतरन, 1 चम्मच इलायची पाउडर, कुछेक केसर के लच्छे आदि सभी एकत्रित कर लें। फिर मिठाई बनाने से कुछ देर पूर्व खजूर को थोड़े से दूध में भिगोकर रख दें। 15-20 मिनट के बाद इसे मिक्सर में पीस लें। अब बाकी बचे दूध को उबलने रख दें, जब दूध का मावा बनने लगे तब इसमें घी और पिसा हुआ मिश्रण डालकर अच्छी तरह चलाए। फिर इलायची पाउडर केसर और मेवे की कतरन मिलाकर मिश्रण अच्छीतरह एकसार कर लें। जब यह मिश्रण गाढ़ा हो जाए तब एक परात में घी का हाथ लगाकर मिश्रण डालकर फैला दें और ठंडा होने पर चौकोर आकार में इसकी बर्फी काट लें। तैयार है डे्टस बर्फी।
* अंगूरदाना : रोजा-इफ्तारी में इसका खूब चलन है। अंगूरदाना दरअसल उड़द की दाल से बनने वाली मोटी बूंदी है। यह मीठी होती है। इसके अलावा इफ्तार में नुक्ती भी खूब खाई जाती है। यह बेसन से बनती है। इन दिनों सेव की तरह के खारे भी काफी पसंद किए जाते हैं।
* शीरमाल : यह मैदे, घी और शकर से बनी मीठी रोटी है। शीर का अर्थ है दूध। खास बात यह है कि यह बाजार में तैयार बना हुआ मिलता है। इसे गोश्त के साथ भी खाया जाता है। स्वाद में यह कुछ-कुछ मीठे पाव-सा और लजीज लगता है। वैसे शीरमाल फारसी का शब्द है और इसका अर्थ होता है दूध से गूंथे आटे की रोटी। शादियों में भी यह खूब चलता है।
* बाकरखानी : ईदुल फितर पर बाकरखानी का अपना अलग मजा है। यह मैदे, सूखे मेवे और मावे की बनती है। इसे तंदूर या ओवन में सेंका जाता है। उस पर सूखे मेवे सजाए जाते हैं। यह लखनऊ और हैदराबाद में भी काफी लोकप्रिय है। बाकरखानी खाने में ज्यादा मिठासभरी होती है। इसे दूध के साथ भी खाया जाता है। यह पचने में भी हल्की होती है। अब ईद के पर्व पर खास तौर पर तैयार किए गए इन पकवानों से त्योहार मनाएं।