बसौड़ा पर्व के 5 व्यंजन : इन पकवानों से लगेगा माता को भोग

शीतला सप्तमी-अष्टमी :  इन व्यंजनों से लगेगा माता को भोग 
 
चैत्र कृष्ण सप्तमी-अष्टमी के दिन मां शीतला को पूजन के समय शीतल पदार्थों का भोग लगाया जाता है। जिसमें मीठे चावल, बिना नमक की पूड़ी, पूए, गुलगुले, पकौड़े, कढ़ी, चने की दाल, हलुवा, रावड़ी, आदि का भोग लगाकर माता को प्रसन्न किया जाता है...  

बिना नमक की पूरी
 
सामग्री : 
1 कटोरी गेहूं का आटा, 1 बड़ा चम्मच बेसन, आधा चम्मच अजवाइन, पाव चम्मच हल्दी, तेल (तलने के लिए)।
 
विधि :
सर्वप्रथम गेहूं के आटे को छानकर उसमें तेल को छोड़ कर बाकी सभी सामग्री डालकर कड़ा आटा गूंथ लें। अब 15-20 मिनट कपड़े से ढंक कर रख दें। 
 
एक कड़ाही में तेल गरम करके धीमी आंच पर कुरकुरी पूरियां तल कर रख लें और ठंडी होने के पश्चात माता को भोग लगाएं। 
 
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क्रिस्पी गुलगुले 
 

 
सामग्री : 
 
250 ग्राम गेहूं का आटा, एक छोटा चम्मच चावल का आटा, 100 ग्राम शक्कर, एक चम्मच इलायची पावडर, एक छोटी चम्मच खसखस, तलने के लिए तेल। 
 
विधि : 
 
सबसे पहले आटे में शक्कर डालकर उसका गाढ़ा घोल करके आधे घंटे के लिए रख दें। फिर उसमें इलायची पावडर, खसखस के दाने डालकर मिश्रण को एकसार कर लें। 
 
अब एक कड़ाही में तेल गरम करके गोल-गोल क्रिस्पी पकौड़े तल लें। लीजिए तैयार है क्रिस्पी मीठे गुलगुले पुए।
 
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शाही मीठे चावल 
 

 
सामग्री :
 
1 कटोरी बासमती चावल, डेढ़ कटोरी शक्कर, इलायची पावडर आधा चम्मच, 5-7 केसर के लच्छे, मीठा पीला रंग चुटकी भर या आधा चम्मच हल्दी, 1 चम्मच घी, 2-3 लौंग, मेवे की कतरन पाव कटोरी, 15-20 किशमिश (गुनगुने पानी में भीगे हुए)।
 
विधि :
 
चावल बनाने के पूर्व एक घंटे तक गला कर रखें। अब एक बड़े मर्तबान में पानी उबाल लें। उसमें हल्दी डालें और चावल पका कर थाली में ठंडे होने के लिए रख दें। दूसरी ओर एक-से डेढ़ तारी की चाशनी तैयार कर लें। उसमें पके चावल डालकर कुछ देर चलाएं।
 
अब इलायची एवं मीठा रंग मिलाएं। एक पैन या कड़छी में अलग से घी गरम करके उसमें लौंग डाले और ऊपर से चावल पर बुरकाएं। साथ ही मेवे की कतरन और भीगे हुए किशमिश भी डालें और मिलाकर लजीज शाही मीठे चावल पेश करें।
 
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दाल का हलवा 

 
सामग्री : 
 
100 ग्राम मूंग दाल, 100 ग्राम चना दाल, 50 ग्राम उड़द दाल, 50 ग्राम सोयाबीन, 250 ग्राम शकर, 1/2 टी स्पून पिसी इलायची, 150 ग्राम देसी घी।
 
विधि : 
 
सबसे पहले सभी दालों को बीनकर साफ करें। फिर इन्हें धोकर 2-3 घंटे भिगोएं। भीगी दालों का पानी निथारें एवं मिक्सी में पीस लें। शकर में 1 कप पानी डालकर 1 तार की चाशनी बनने तक पका लें। तैयार चाशनी अलग रखें। 
 
अब कडा़ही में घी गर्म करें। इसमें पिसी दाल डालें, धीमी आंच पर हिलाते हुए भूनें। खूशबू आने एवं दाल अच्छी भून जाने पर इसमें चाशनी मिलाकर पकाएं। अब इसमें पिसी इलायची डालें। अब इसे ठंडा होने दें। खाने में बेहद स्वादिष्ट हलवे से भोग लगाएं।  
 
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मालपुए
 

 
सामग्री :
 
एक कप ताजा दूध, एक कप मैदा, एक कप चीनी, एक चम्मच नींबू रस, एक चम्मच सौंफ, तेल (तलने और मोयन के लिए), पाव कटोरी पिस्ता-बादाम की कतरन।
 
विधि :
 
सबसे पहले मैदा छानकर उसमें 2 चम्मच तेल का मोयन मिला कर दूध तथा सौंफ डालकर गाढ़ा घोल तैयार कर लें। अब एक बर्तन में चीनी, नींबू रस और पानी डालकर चाशनी तैयार कर लें। 
 
तत्पश्चात एक कड़ाही में तेल गरम करके एक कड़छी से घोल डालें और कुरकुरा होने तक तल लें। फिर चाशनी में डुबो कर एक अलग बर्तन में रखते जाएं। ऊपर से पिस्ता-बादाम की कतरन बुरका कर भोग लगाएं। 
 
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