पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं कांग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने शुक्रवार को इलाहाबाद पहुंचकर संगम में डुबकी लगाई और पूजा अर्चना की।
उन्होंने कहा कि कुंभ एक ऐसा अवसर है जो हमें अपने व्यस्ततम जीवन में भी धर्म-कर्म और अपनी संस्कृति की याद दिलाता है। कुंभ का अवसर पवित्र धार्मिक कृत्यों का अवसर है, लेकिन कुछ अवसरवादी भारत के इस पवित्रतम अवसर को भी राजनीति का अखाड़ा बनाए हुए है। मैं ऐसे लोगों की कठोर निंदा करता हूं।
उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर निश्चल जनता को मूर्ख बनाना सरासर अपराध है। पहले भी धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ किया जा चुका है, लेकिन अब हम ऐसा नहीं होने देंगे। ऐसे किसी भी प्रयास का डट कर विरोध किया जाएगा।
सुबोध कांत सहाय ने पुरी गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद के शिविर में पूजनकर प्रसाद ग्रहण किया। (भाषा)