इस दिन तुलसी पूजन में धूप, सिंदूर, चंदन, पुष्प, घी का दीया और नैवद्य अर्पित किया जाता हैं। पुराणों में कई मंत्र और श्लोक मिलते हैं, जिसे भगवान श्रीहरि के जागने या उन्हें उठाने के समय इन मंत्रों का उच्चारण किया जाता है। यदि आपके घर में मां तुलसी विराजमान हैं तो देवउठनी/ देवप्रबोधिनी एकादशी के दिन उनके सामने ये आठ नाम- पुष्पसारा, नन्दिनी, वृंदा, वृंदावनी, विश्वपूजिता, विश्वपावनी, तुलसी और कृष्ण जीवनी आदि अवश्य ही बोलें।