उन्होंने बताया कि चिकित्सीय भाषा में 'ओडोन्टोमा' कही जाने वाली यह विकृति 1 लाख में से 1-2 लोगों में पाई जाती है और समय रहते दूर नहीं किए जाने पर मरीज के लिए गंभीर साबित हो सकती है। उन्होंने बताया कि सर्जनों के 3 सदस्यीय दल ने करीब ढाई घंटे के हालिया ऑपरेशन के दौरान बालक के दूध के दांतों के नीचे बने वे 30 बेडौल दांत निकाल दिए, जो उसके स्वस्थ दांतों के विकास में बाधा बन रहे थे।