जिन कर्मचारियों ने जहर खाया उनके नाम जमनाधार विश्वकर्मा, दीपक सिंह, राजेश मेमियोरिया, देवीलाल करेडिया, रवि करेड़िया, जितेंद्र धमनिया और शेखर वर्मा। इन सभी को अचानक से ये कहकर कम्पनी से निकल दिया कि अब कंपनी में आपके लिए कोई काम नहीं है। सातों कर्मचारी पिछले 20 सालों से इसी कंपनी में काम कर रहे थे।