पद्मश्री जनक पलटा के 77वें जन्मदिन को शहरवासियों ने पौधरोपण करके मनाया। सनावदिया गांव की पहाड़ी पर शहरवासियों में गजब का उत्साह देखने को मिला। तपन मुखर्जी और जिवांश ने शंखनाद किया प्रार्थनाओं के बाद सभी ने अपने हाथों से पौधे लगाए और इन्हें संरक्षित करने का भी संकल्प लिया। जनक पलटा गांव और शहरवासियों को प्रकृति प्रेम और पर्यावरण संरक्षण का उदहारण है। उन्होंने जिम्मी एंड जनक मगिलिगन फ़ाउंडेशन फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट के द्वारा किए गए कार्यों की भी जानकारी दी।ALSO READ: जनक दीदी के 77वें जन्मदिन पर 77 पौधे: गांव सनावदिया में अनूठा पौधारोपण कार्यक्रम
प्रकृति के लिए जितना करें कम है : जनक पलटा ने कहा कि अपने जन्मदिन पर ईश्वर और प्रकृति को धन्यवाद देना चाहिए, क्योंकि यह जीवन उसी की देन है। मैं अपने हर जन्मदिन पर अपनी उम्र के बराबर पेड़ लगा रही हूं। इसमें शहरवासी पूरी मदद करते हैं। इस बार भी सनावदिया में दूतनी वाली पहाड़ी पर पौधारोपण किया गया।
जनक दीदी ने कहा कि मेरे पति स्वर्गीय जिम्मी मगिलिगन और मैं बहाई पायनियर होने के नाते देवी अहिल्या की नगरी इंदौर के ऋणी हैं। यह शहर हम दोनों की कर्मभूमि रहा है और वर्ष 2011 से इंदौर के सनावादिया गांव की निवासी होने के नाते यह दिन हमारे लिए विनम्रता और कृतज्ञता का दिन रहता है। हम प्रकृति के लिए जितना भी कर सकें कम है, क्योंकि प्रकृति की वजह से ही हमारा अस्तित्व है।
हरियाली में भी नंबर वन बनेगा शहर : इस मौके पर पहुंचे सांसद शंकर लालवानी ने कहा जनक दीदी सभी की प्रेरणा है, इस तरह के आयोजन बहुत अच्छा संदेश देते हैं। हम चाहते हैं कि इंदौर हरियाली में भी नंबर वन बने और इसके लिए हर नागरिक की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज शहर के लोगों ने पौधरोपण किया और हरियाली का संदेश दिया। इस मौके पर पूर्व एयरपोर्ट डायरेक्टर आर्यमा सान्याल, ट्रस्टी वीरेन्द्र गोयल, अनुराधा दुबे समेत शहर के कई पर्यावरण प्रेमी समाजसेवी, शिक्षाविद्, उद्योगपति आदि मौजूद रहे।
जिनसे आप मिलेंगे तो बार-बार यह सुनेंगे कि जब सांसें कितनी लीं इसका लेखा-जोखा नहीं रखते हैं, तो कितने पौधे लगाए या प्रकृति की कितनी सेवा की इस बात का हिसाब क्यों रखना चाहिए। पूरी जिंदगी प्रकृति के लिए काम करती आई और सस्टेनबल लाइफ के लिए एक उदाहरण बन चुकी जनक पलटा मगिलिगन कहती हैं कि प्रकृति को सम्मान देने का, उसके प्रति अपनी भावना जताने का, आनंदित होने का, प्रकृति के साथ समय बिताने का, जन भागीदारी का, समाज में अपने कर्तव्य और अधिकारों के उचित प्रयोग को लेकर यदि हम अपने हिस्से का ही काम कर दें तो बहुत है।
प्रकृति के साथ समय बिताना किसी ध्यान क्रिया से कम नहीं है। हर साल अपने जन्मदिन पर उम्र की संख्या के बराबर पौधे लगाकर और उन्हें सहेजने की पूरी व्यवस्था करने की ही अपनी सालों पुरानी परंपरा निभाते हुए इस साल भी 16 फरवरी को जनक दीदी का जन्मदिन मनाने दूतनी पहाड़ी पर कई गणमान्य लोग जुटे और स्वत; स्फूर्त तरीके से पौधे लगाने के काम में जुट गए।
सांसद शंकर लालवानी, आर्यमा सान्याल मैडम, समीर शर्मा, अम्बरीष केला, रवि रावलिया, वीरेंद्र गोयल व राजीव सिंघल जैसी कई हस्तियों ने इस पौधारोपण में अपनी आहुति दी। शंखनाद से शुरू हुए कार्यक्रम में प्रार्थनाओं का सस्वर पाठ वातावरण को सकारात्मक बना गया। सभी उपस्थितों के आनंदित चेहरे बता रहे थे कि जनक दीदी के जन्मदिन के इस अनूठे आयोजन से उन्हें कितनी ऊर्जा मिल रही है।
सभी माननीयों ने अपनी-अपनी पसंद से पौधे चुने और पहाड़ी में पहले से नियत किए गए स्थानों पर पौधारोपण की शुरुआत कर दी। देशभर में अपनी विशिष्ट पहचान बना रहे स्टार्ट अप स्वाहा लगाए गए पौधों के लिए विशेष रूप से बनाई घरेलू खाद उपलब्ध कराई। हर्षौल्लास के वातावरण में पक्षियों के कलरव, सूरज की सुनहरी किरणों और मंद पवन के बीच हुए इस कार्यक्रम के बाद जैविक, स्वादिष्ट, स्वास्थ्यवर्धक नाश्ते की।
पौधारोपण कर सृष्टि ने लिखा भंडारी कृषि फार्म पर इस उपलक्ष्य में जो नाश्ता लगाया गया था वह भी जनक दीदी के सस्टेनेबल और सोलर वाली जिद के साथ बनाया गया था। सभी ने चारपाई पर बैठकर ग्रामीण परिवेश में स्वादिष्ट नाश्ते का आनंद लिया। जिसमें आयरिश कुकी से लेकर इंदौरी पोहे तक जैसी चीजें प्रकृति के बीच कुछ खास स्वाद लिए हुए लग रही थीं। जनक दीदी ने शुभकामनाओं के बदले सभी से प्रकृति संरक्षण का संकल्प मांगा और इस तरह एक अनूठा कार्यक्रम संपन्न हुआ। ALSO READ: रोटरी क्लब इंदौर सेंट्रल ने जनक पलटा मगिलिगन से सीखे सामुदायिक सेवा के सूत्र