दरअसल, करणावत गांव से करीब डेढ़ किमी पहले यह कार चालक महाराज के काफिले से बिलकुल सटकर निकला था, इसके चलते आचार्यश्री समेत अन्य मुनियों को तेजी से एक तरफ हटना पड़ा था। इतना ही नहीं कार चालक ने संघ में शामिल लोगों से अभद्रता भी की थी।
क्या है मामला : जिस समय यह हादसा हुआ उस समय आचार्य विद्यासागर महाराज अपने संघ और 150 से ज्यादा श्रद्धालुओं के साथ नेमावर की ओर विहार कर रहे थे। हालांकि इस दौरान किसी को भी चोट नहीं आई है। श्रदानंद मार्ग छावनी, इंदौर निवासी राजीव जैन ने केस इस मामले में दर्ज कराया है।