यौन शोषण के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रहे #MeToo अभियान में अभिनेता, निर्देशक, पत्रकार, कई बड़ी राजनीतिक हस्तियों, फिल्मस्टार, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, सिंगर, मीडियाकर्मियों, सैलिब्रिटी और कई खास लोगों पर लगे आरोपों ने उन्हें मुसीबत में डाल दिया। वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के इंदौर से भाजपा विधायक उषा ठाकुर ने इस अभियान को लेकर अपना विवादित बयान दिया है।
#MeToo अभियान के तहत अपने खिलाफ हुई यौन शोषण की घटनाओं पर कई महिलाएं खुलकर बोल रही हैं, वहीं दूसरी तरफ भाजपा की महिला विधायक ने पीड़ित महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया है। विधायक उषा ठाकुर ने कहा, महिलाएं तरक्की के लिए शॉर्टकट अपनाती हैं। निजी स्वार्थों के लिए नैतिक मूल्यों से समझौता करती हैं। इसलिए समस्यायों में फंसती हैं। उन्होंने कहा, जीवन मूल्यों से समझौता कर पाई गई सफलता निरर्थक है।
उन्होंने कहा, मेरे खिलाफ लगाए गए दुर्व्यवहार के आरोप झूठे और मनगढंत हैं। इन झूठे और बेबुनियाद आरोपों से मेरी छवि को अपूरणीय क्षति पहुंची है। मैं इन आरोपों पर जल्द जवाब नहीं दे सका, क्योंकि मैं विदेश की आधिकारिक यात्रा पर था। जबकि विपक्षी पार्टियों ने एमजे अकबर के इस्तीफे और पूरे मामले की जांच की मांग की है।