6 जनवरी : विश्व के सर्वश्रेष्ठ चिंतक ख़लील जिब्रान का जन्मदिन, पढ़ें 25 प्रेरक विचार
khalil gibran
आज खलील जिब्रान (Kahlil Gibran) की जयंती है। उनका जन्म 6 जनवरी 1883 को लेबनान के 'बथरी' नगर में हुआ था। वे सन् 1912 में अमेरिका के न्यूयॉर्क में स्थायी रूप से बस गए। 48 वर्ष की उम्र में खलील जिब्रान का निधन 10 अप्रैल 1931 को न्यूयॉर्क में एक कार दुर्घटना में हुआ, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
आइए यहां जानते हैं उनके 25 अनमोल विचार-
1. जीवन और मृत्यु एक है, जैसे नदी और सागर एक हैं।
2. आगे बढ़ी, कभी रुको मत, क्योंकि आगे बढ़ना ही पूर्णता है। आगे बढ़ो और रास्ते में आने वाले कांटों से डरो मत, क्योंकि ये सिर्फ गंदा खून निकालते हैं।
3. अपने सुख-दुःख अनुभव करने से बहुत पहले, हम स्वयं उन्हें चुनते हैं।
4. कष्ट सह कर ही सबसे मजबूत लोग निर्मित होते हैं, सबसे महान हस्तियों पर घाव के निशान होते हैं।
5. मित्रता हमेशा एक मधुर जिम्मेदारी है, ये अवसर कभी नहीं हैँ।
6. थोडा ज्ञान जो प्रयोग में लाया जाता हैं, वो बहुत सारा ज्ञान जो बेकार पड़ा है उससे कहीं गुना अधिक मूल्यवान होता है।
7. स्वतंत्रता के बिना जीवन, बिना आत्मा के शरीर के सामान है।
8. आपकी रोजमर्रा की जिन्दगी ही आपका मंदिर और आपका धर्म है, जब आप इसमें प्रवेश करते हैं तो पूरी तरह से प्रवेश कीजिए।
9. एक दूसरे से प्रेम करें, लेकिन प्रेम पर कोई बंधन ना बांधें, बल्कि इसे अपनी आत्माओं के किनारों के बीच एक बहते हुए सागर के समान बहने दें।
10. अपने सपनो में यकीन करो, क्योंकि इन्ही में अनंत का द्वार छिपा है।
11. ये मत भूलो कि ये धरती तुम्हारे पैरों को महसूस करके खुश होती है और हवा तुम्हारे बालों से अठखेलियां करना चाहती है।
12. प्रेम के बिना जीवन उस वृक्ष के सामान है जिसपे ना तो बहार आती हैं और ना ही फल।
13. वो ज्ञान, ज्ञान नहीं रह जाता, जब वह इतना अभिमानी हो जाए कि थोड़ा रो भी ना सके, इतना गंभीर हो जाए कि हंस भी ना सके और इतना स्वार्थी हो जाए कि अपने सिवा किसी और का अनुसरण भी ना कर सके।
14. बीता हुआ कल आज की यादे है, और आने वाला कल आज का सपना है।
15. आत्मा जो भी चाहती है, वो पा लेती है।
16. दुःख महज दो बगीचों के बीच की एक दीवार है।
17. जब हम सलाह के लिए एक दूसरे की तरफ देखते हैं, तब हम अपने दुश्मनों की संख्या घटा लेते हैं।
18. यदि आप किसी से प्रेम करते हैं तो उसे जाने दें, क्योंकि यदि वो लौट कर आते हैं तो वो हमेशा से आपके थे। और यदि नहीं लौटते हैं तो कभी आपके थे ही नहीं।
19. यदि आपका ह्रदय ज्वालामुखी है तो भला आप कैसे फूलों के खिलने की अपेक्षा कर सकते हैं।
20. मेरा अस्तित्व अगर किसी के नष्ट होने का कारण बनता है तो मौत मुझे अधिक प्रिय और आकर्षक होगी।
21. यदि आप अपने राज हवा से बताते हैं तो आपके राज का पेड़ों को पता चलने का दोष हवा को नहीं देना चाहिए।
22. जो सही है वो लोगों के दिल के करीब होता है, लेकिन जो दयालु है वो भगवान के ह्रदय के करीब होता है।
23. यदि कोई आपको चोट पहुंचाता है तो हो सकता है, आप उसे भूल जाएं; लेकिन यदि आप उसे चोट पहुंचाते हैं तो आप हमेशा इसे याद रखेंगे।
24. आने वाली पीढ़ी गरीबी से समानता और संकट से प्रेम सीखेगी।
25. मैं तुमसे प्यार करता हूं जब तुम अपने मस्जिद में झुकते हो, अपने मंदिर में घुटने टेकते हो, अपने गिरजाघर में प्रार्थना करते हो, क्योंकि तुम और मैं एक ही धर्म की संतान हैं और यही भावना होनी चाहिए।