निभा रहे हैं परंपरा : तोलानी के मुताबिक, वे चुनाव लड़ने की अपनी खानदानी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि शहर में एक प्रिंटिंग प्रेस चलाने वाले उनके पिता मेठाराम तोलानी ने अपने जीवनकाल में 30 साल तक लगातार अलग-अलग चुनाव लड़े थे। तोलानी ने बताया कि वर्ष 1988 में उनके पिता के निधन के बाद 1989 से उन्होंने खुद चुनाव लड़ना शुरू कर दिया था। इनपुट भाषा