इराक में सुरक्षा का गंभीर खतरा

शुक्रवार, 4 जुलाई 2014 (11:53 IST)
वॉशिंगटन। व्हाइट हाउस ने कहा है कि इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर नियंत्रण कर चुके आईएसआईएल से इराक में सुरक्षा का गंभीर खतरा है और इराकी नेतृत्व को देश में नई सरकार बनाने के लिए शीघ्र ही साथ आना चाहिए।
FL

व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि प्रक्रिया (सरकार बनाने की प्रक्रिया) उस तरह तेजी से आगे नहीं बढ़ रही है, जैसा हम चाहते हैं और इस बात में कोई संदेह नहीं है।

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जोश अर्नेस्ट ने गुरुवार को कहा कि समय इस बात का संकेत दे रहा है कि ‘द इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लैवेंट’ ने इराक में सुरक्षा हालात के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है।

उन्होंने कहा कि इसलिए अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और अन्य वैश्विक नेता इराक के राजनीतिक नेतृत्व पर न सिर्फ साथ आने और नई सरकार बनाने के लिए जोर दे रहे हैं बल्कि यह काम शीघ्र होना चाहिए, क्योंकि उनके द्वारा संविधान में निर्धारित प्रक्रिया के तहत सरकार बनाना इराक के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।

अर्नेस्ट ने कहा कि एक बार सरकार बन जाए तो उसके लिए उस समावेशी प्रशासन के एजेंडे पर काम करना महत्वपूर्ण है, जो इराक के हर नागरिक को यह स्पष्ट करे कि देश के भविष्य में उनके हित हैं।

व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि इसीलिए इराक में सुरक्षा बलों को मजबूत किया जाना जरूरी है। सुरक्षा बल ऐसे हों, जो देश की विविधता दर्शाएं और जब आपके पास एकीकृत राजनीतिक नेतृत्व हो तो आपके पास एकीकृत सुरक्षा बल होंगे।

उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि इराक आईएसआईएल के खतरे का सामना कर सकता है, लेकिन हमें यह भी लगता है कि अगर उन्होंने सरकार बनाने के लिए शीघ्रता से कदम नहीं उठाए और अगर सरकार ने समावेशी एजेंडा को आगे नहीं बढ़ाया तो इस चुनौती से वे नहीं निपट पाएंगे।

अमेरिकी सैनिकों को इराक भेजने के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में जोश अर्नेस्ट ने कहा कि इराक में सैन्य कार्रवाई के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति का कोई भी फैसला उसके राष्ट्रीय सुरक्षा हितों पर केंद्रित होगा। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें