क्रूर हैं अमेरिकी सैनिक, पार की वहशियत की सारी हदें...

गुरुवार, 19 अप्रैल 2012 (10:15 IST)
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अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेना की वीभत्सता का भयावह चेहरा एक बार फिर से बुधवार को उस समय उभरकर सामने आया जब अफगान आतंकवादियों के क्षत-विक्षत शवों और अंगों के साथ खिंचवाई गई अमेरिकी सैनिकों की तस्वीरें प्रकाश में आ गईं।

अमेरिका के लॉस एंजिल्स टाइम्स ने इन तस्वीरों को प्रकाशित किया। इनमें से एक तस्वीर में अमेरिकी सैनिक को एक अफगान आतंकवादी के शव के पास खड़ा दिखाया गया और पीछे मौजूद तख्ती पर लिखा था 'जाम्बी हंटर' पश्चिमी मिथकों में जाम्बी प्रेतात्माओं को कहा जाता है।

इसके अलावा एक अन्य तस्वीर में कुछ अमेरिकी सैनिक और अफगान पुलिसकर्मी एक आत्मघाती हमलावर की शरीर से अलग हो चुकी टांगों को पकड़े तस्वीर खिंचाते दिखाए गए हैं।

अमेरिकी सेना के दो अधिकारियों को एक आतंकवादी के हाथ को अशोभनीय मुद्रा में पकड़ तस्वीर खिंचाते भी दिखाया गया है। ये तस्वीरें वर्ष 2010 की बताई जा रही हैं।

अमेरिका के रक्षा मंत्री लियोन पेनेटा ने इन तस्वीरों की तीव्र भर्त्सना करते हुए इन्हें अमेरिकी सेना की गौरवशाली परंपरा पर धब्बा करार दिया है। उन्होंने कहा है कि वे इन तस्वीरों की वजह से अमेरिका-अफगान संबंधों में किसी किस्म की दरार नहीं आने देना चाहते हैं।

ये तस्वीरें ऐसे समय पर प्रकाश में आई हैं जब अफगानिस्तान में दस वर्षों के युद्ध के बाद पश्चिमी सेनाओं की अलोकप्रियता में इजाफा हुआ है और अमेरिका के अफगान सरकार के साथ संबंध दिन प्रतिदिन तल्ख होते जा रहे हैं।

अमेरिकी फौजों की वर्ष 2014 में अफ्गानिस्तान से वापसी तय है लेकिन इस बीच तालिबान ने ताजा हमलों को अंजाम देकर जता दिया है कि उसके लिए शांतिवार्ता की कोई अहमियत नहीं है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी सैनिकों ने इस तरह की करतूत को कोई पहली बार अंजाम नहीं दिया है।

इराक की अबू गरेब जेल जैसी जगहों पर कैद संदिग्ध आतंकवादियों के साथ अभद्र व्यवहार करने और इस सरीखी तस्वीरें लेने के मामले की विश्वभर में आलोचना हुई थी। (भाषा)

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