टोरंटो। अनुसंधानकर्ताओं ने पहली बार हल्का और साथ ले जा सकने वाला एक ऐसा त्रिआयामी (थ्रीडी) स्किन प्रिंटर विकसित किया है, जो जख्मों को ढंकने और चंद मिनटों में भरने के लिए ऊतकों की परतें उन पर चढ़ा सकता है।
बड़े जख्मों पर इस प्रक्रिया को अपनाने के लिए बेहद सेहतमंद त्वचा की जरूरत पड़ती है, जो तीनों परतों के पार तक पहुंच सके और इसके लिए पर्याप्त त्वचा बहुत मुश्किल से मिलती है। इससे एक बड़े हिस्से पर परत नहीं चढ़ पाती और जख्म भरने के बेहतर परिणाम सामने नहीं आते।
कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के एक्सेल गुयेंथेर बताते हैं कि सबसे नए बायोप्रिंटर बहुत भारी होते हैं। कम गति से काम करते हैं। बहुत महंगे हैं और क्लिनिकल अनुप्रयोगों के साथ मेल नहीं खाते। उनकी अनुसंधान टीम का मानना है कि उनका स्किन प्रिंटर एक ऐसी तकनीक है, जो इन रुकावटों से पार पा सकता है और जख्म भरने की प्रक्रिया में सुधार कर सकता है। (भाषा)