वॉशिंगटन। अफगानिस्तान में अमेरिका के राजदूत नामित किए गए जॉन आर. बास ने सांसदों से कहा कि अमेरिका, अफगानिस्तान में पाकिस्तान के समर्थन और सहयोग के बिना कामयाब नहीं हो पाएगा, जो युद्धग्रस्त इस देश में महत्वपूर्ण चुनौतियों की जड़ रहा है।
जॉन आर. बास ने अपने नामांकन को मंजूरी देने के लिए सीनेट की विदेश संबंधों की समिति के समक्ष हुई बहस के दौरान कहा कि अगर उनके नाम को मंजूरी मिल जाती है तो वे पाकिस्तान सरकार के रुख को बदलने की और इस समस्या का सबसे अच्छा समाधान खोजने की कोशिश करेंगे। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बास को अफगानिस्तान में अमेरिका का राजदूत नामित किया है।
बास ने कहा कि जाहिर तौर पर पाकिस्तान की अफगानिस्तान में अहम भूमिका है। जैसा कि हम जानते हैं, वे अफगानिस्तान में कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों की जड़ हैं इसलिए हमें काफी काम करना है। सांसदों के सवालों का जवाब देते हुए बास ने कहा कि अमेरिका के पास अगर पाकिस्तान, उसके पड़ोसियों और व्यापक क्षेत्र में महत्वपूर्ण देशों का समर्थन और सहयोग नहीं होगा तो वह कामयाब नहीं हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि हमारी चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि इन सभी देशों के बीच हम एक साझा रुख बनाएं कि कैसे हम वे परिणाम हासिल कर सकते हैं, जो हम सब देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में स्थिरता और सुरक्षा में इन देशों के हित में है। (भाषा)