इसमें कहा गया है कि 2013 में सेना ने अपने बजट संबंधी दस्तावेजों में तर्क दिया था कि 4,50,000 से कम सैन्य बल रखने का मतलब हो सकता है कि वह कोई युद्ध न जीत पाए।
समाचार पत्र ने कहा कि इसकी तुलना में इराक और अफगानिस्तान में युद्ध जब चरम पर था तब सेना में 5,70,000 जवान थे। (भाषा)