वॉशिंगटन। अफगानिस्तान से अमेरिका के 5 सैन्य परिवहन विमानों के उड़ान भरने के साथ ही वहां अमेरिका का 20 वर्ष चला युद्ध और निकासी अभियान भले ही समाप्त हो गया, लेकिन अफगानिस्तान में अब भी देश के कम से कम 200 नागरिक रह गए हैं और साथ ही रह गए हैं वहां से निकलने की आस लगाए हजारों अफगान, जिनका वहां से निकलना अब पूरी तरह से तालिबान पर निर्भर है।
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका अपने नागरिकों और अफगानों को वहां से निकालने का प्रयास करता रहेगा और काबुल हवाई अड्डा फिर से खुलने के बाद अफगानिस्तान के पड़ोसी मुल्कों के साथ सड़क रास्ते से या चार्टर्ड विमानों के जरिए उनकी सुरक्षित वापसी का प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का कोई भ्रम नहीं है कि ये आसान होगा या जल्दी होगा।