लंदन। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस तैयार किया है, जो लोगों की चाल और उसके चलने-फिरने के पैटर्न को मापकर उनकी पहचान कर सकता है। यह प्रौद्योगिकी हवाईअड्डे पर फिंगरप्रिंटिंग या आंखों को स्कैन करने की विधि की जगह इस्तेमाल की जा सकती है।
यह व्यक्ति के कदम का बस थ्रीडी और समयाधारित डाटा से मूल्यांकन कर सफलतापूर्वक उसकी पहचान कर सकता है। ब्रिटेन के मैनचेस्टर विश्वविद्यालय और स्पेन में मैड्रिड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित इस आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ने प्रयोग के समय व्यक्ति की करीब शत-प्रतिशत सही पहचान की और उसमें त्रुटि महज 0.7 फीसदी थी।
फिलहाल फिंगरप्रिंट, चेहरे की पहचान, आंख की पहचान जैसे शारीरिक बायोमैट्रिक्स, सुरक्षा उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल में आते हैं। मैनचेस्टर विश्वविद्यालय के उमर कोस्टिला रेएस ने कहा, हर व्यक्ति में चलने के दौरान करीब 24 भिन्न-भिन्न कारक और गतिविधियां होती हैं, फलस्वरुप उसमें अनोखा एकल चहलकदमी पैटर्न होता है।