उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय से उनके पास इसका प्रस्ताव लंबित था, लेकिन 2 माह पहले उन्होंने इसकी मंजूरी दी है। उन्होंने कहा कि उन्हें आत्मश्लाघा पसंद नहीं है इसलिए आज तक उन्होंने इसकी मंजूरी नहीं दी थी लेकिन मैडम तुसाद संग्रहालय में विश्व के कोने-कोने से आने वाले पर्यटकों को योग और योगी के बारे में जानने का मौका देने के लिए ही उन्होंने इसके लिए हामी भारी है।