चुनाव आयोग के सचिव अख्तर अहमद ने कहा कि जिस किसी का राष्ट्रीय पहचान (एनआईडी) पत्र लॉक हो जाता है, वह विदेश से मतदान नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि हसीना का एनआईडी लॉक है। बताया जा रहा है कि हसीना के साथ ही उनकी छोटी बहन शेख रेहाना, बेटे सजीब वाजेद जॉय और बेटी साईमा वाजेद पुतुल के एनआईडी भी लॉक कर दिए गए हैं।
रेहाना की बेटियां तुलिप रिजवाना सिद्दीक, अजमीना सिद्दीक, भतीजे रदवान मुजीब सिद्दीक बॉबी, उनके रिश्तेदार और हसीना के पूर्व सुरक्षा सलाहकार सेवानिवृत्त मेजर जनरल तारीक अहमद सिद्दीक, उनकी पत्नी शाहीन सिद्दीक और बेटी बुशरा सिद्दीक को भी मतदान से रोक दिया गया है।
गौरतलब है कि हसीना की अवामी लीग सरकार को पांच अगस्त 2024 को छात्रों के नेतृत्व में हिंसक आंदोलन के बाद सत्ता से बाहर कर दिया गया था, जिसके कारण हसीना को देश छोड़कर भारत जाना पड़ा था। इसके बाद, नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यभार संभाला और अवामी लीग की गतिविधियां निलंबित कर दीं।
वर्तमान में हसीना के खिलाफ बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में उनकी अनुपस्थिति में मुकदमा चल रहा है, जहां अभियोजकों ने जुलाई 2024 के विद्रोह के दौरान कथित अत्याचारों के लिए उन्हें मृत्युदंड देने का अनुरोध किया है।