सावधान! इस तरह से भी होती है ब्लैकमेलिंग

ब्रिटेन में सैकड़ों की संख्या में मध्यमवर्गीय लोगों को वेबकैम के जरिए आपत्तिजनक सेक्स वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जा रहा है। ब्लैकमेल करने वाले अपने शिकारों की सेक्स में लिप्त तस्वीरों को दिखाकर लाखों पाउंड की अवैध उगाही कर रहे हैं लेकिन ‍इसके शिकार अपनी बदनामी से बचने के लिए पुलिस में शिकायत भी नहीं करते और पैसे देते रहते हैं।
 
डेलीमेल की प्रमुख क्राइम संवाददाता क्रिस ग्रीनवुड का कहना है कि ब्रिटिश लोगों को वेबकैम के जरिए ब्लैकमेल करने वाले गिरोह लूट रहे हैं। ये लोग कारोबारियों और छात्रों को महिलाओं के साथ सेक्स करने के लिए ललचाते हैं और बाद में इनकी तस्वीरों के सहारे अवैध उगाही करते हैं। अपराधियों के ये गिरोह मोरक्को, फिलीपींस और आइवरी कोस्ट में रहते हैं।
 
नेशनल क्राइम एजेंसी का कहना है कि ये गिरोह लोगों को अपना शिकार बनाने के लिए फेसबुक, डेटिंग साइट्‍स और प्रोफेशनल नेटवर्किंग साइट लिंक्डइन के जरिए फर्जी अकाउंट बनाते हैं और इनमें सुंदर लड़कियों की तस्वीरों का इस्तेमाल करते हैं। बाद में, अपने शिकारों से कहते हैं कि उन्हें इतने पैसे दो नहीं तो वे उनकी तस्वीरों को उनके परिवार, मित्रों और सहकर्मियों तक पहुंचा देंगे।
 
इस अपराध के परिणामस्वरूप चार लोगों ने आत्महत्या कर ली है। ये सभी लोग 18 से 24 वर्ष की आयु के थे। ब्लैकमेलिंग के शिकारों की आत्महत्याओं को रोकने के लिए जांचकर्ताओं ने 864 मामलों की जानकारी दी जोकि इसी वर्ष के हैं। वर्ष 2015 में ऐसे अपराधों की संख्या आधी थी। करीब 5 वर्ष पहले कुछेक मामले ही सामने आते थे लेकिन जानकारों का कहना है कि हजारों की संख्या में लोग इनके शिकार बने हैं और इन लोगों ने अपनी हालत के बारे में अधिकारियों को नहीं बताया है।
 
जांचकर्ताओं का कहना है कि ये लोग 'हनी ट्रैप' एक्टर्स, ब्लैकमेलर्स और भुगतान संबंधी धोखाधड़ी के लिए फैक्ट्रियों जैसे सेंटर चलाते हैं। ये लोग अपने शिकारों को फेसबुक, डेटिंग साइट्‍स और लिंक्डइन जैसी साइट पर तलाशते हैं और उनकी पैसे देने की क्षमता का अनुमान लगाते हैं। इन लोगों से मांगी जाने वाली रकम कुछ सौ पौंड्स से लेकर कई हजारों में होती है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 21 वर्ष से 30 वर्ष की उम्र के लोगों शिकार बनाया जाता है लेकिन एक गिरोह ने 11 वर्ष के एक लड़के को भी शिकार बनाया था।
 

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