इतना ही नहीं अलेप्पो में अब महज एक माह के लायक ही राशन बचा है। ऐसे में वहां के हालात बेहद चिंताजनक हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने इसकी जानकारी देते हुए गहरी चिंता जताई है। विद्रोही गुटों के गढ़ अलेप्पो पर हुए इस भीषण हमले के बाद हर तरफ मलबे में तब्दील हुई इमारतों के ढेर और घायल दिखाई दे रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में मौजूद 72 देशों ने वहां मौजूद हालातों पर चिंता व्यक्त की है। कनाडा ने सीरिया में वर्षों से जारी युद्ध को तुरंत बंद कराने और वहां पर शांति के प्रयास शुरू करने पर जोर दिया है। दरअसल रूस शुरू से ही सीरिया की सत्ता पर काबिज बशर सरकार का समर्थन करता रहा है। वहीं अमेरिका इस सरकार के खिलाफ विद्रोही गुटों का साथ देता रहा है।