बीजिंग/ नई दिल्ली। भारत और चीन सोमवार से दिल्ली में 18वें दौर की सीमा वार्ता आरंभ करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पिछले साल सत्ता संभालने के बाद यह दोनों देशों के बीच पहले चरण की सीमा वार्ता होगी। इस वार्ता में दोनों देश वास्तविक नियंत्रण रेखा के स्पष्टीकरण पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
शी का भारत दौरा लद्दाख के चुमार में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की घटना के साये में हुआ था। शी के दौरे के बाद दोनों देशों के सैनिकों के एकसाथ पीछे हटने के साथ यह विवाद हल हुआ था। शी ने कहा कि चुमार जैसी घटना हो सकती है, क्योंकि सीमा का अभी रेखांकन नहीं हुआ है।
चीन का कहना रहा है कि सीमा विवाद सिर्फ 2,000 किलोमीटर तक सीमित है, जबकि भारत ने जोर दिया है कि विवाद करीब 4,000 किलोमीटर को लेकर है। (भाषा)