खबरों के अनुसार, अमेरिका के डेविड जूलियस और लेबनान मूल के अर्देम पटापाउटियन को संयुक्त रूप से यह पुरस्कार दिया गया है। दोनों वैज्ञानिकों को यह पुरस्कार तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोज करने पर दिया गया है।
इस पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक दिया जाता है, साथ ही एक करोड़ स्वीडिश क्रोनर दिए जाते हैं, जिसका भारतीय करेंसी में मूल्य 8.50 करोड़ रुपए होता है।