मालिक के धोखे से दुबई में फंसी भारतीय महिला

दुबई। बेहतर जिंदगी की तलाश में अपने बसे-बसाए आशियाने को बेचकर दुबई कमाने के लिए आई भारत के मुंबई महानगर की फरीदा बेगम ने कभी सपने में भी यह नहीं सोचा था कि अपने मालिक पर भरोसा करना उनके लिए महंगा साबित होगा कि उन्हें दर-दर की ठोकरें खानी पड़ेंगी।


‘गल्फ न्यूज’ में प्रकाशित खबर के अनुसार 39 साल की फरीदा बेगम का मालिक अपनी दुकान बंद करके और उनका पासपोर्ट लेकर फरार हो गया है। फरीदा का कहना है कि वे न तो अब मुंबई वापस जा सकती हैं और जब तक वे स्वीकृत अवधि से अधिक समय तक ठहरने का 29,000 दिरहम का जुर्माना नहीं चुकातीं, तब तक दुबई में कोई नई नौकरी भी नहीं कर सकती हैं।

एक प्रशिक्षित ब्यूटीशियन फरीदा पिछले साल मई में 2,500 दिरहम की कॉस्मेटिक सेल्सगर्ल की नौकरी के लिए दुबई आई थीं। उनका दावा है कि आवास वीजा के लिए वे जरूरी मेडिकल जांच से भी गुजरीं लेकिन वास्तव में आधिकारिक रूप से उनके वीजा के लिए कोई आवेदन नहीं किया गया।

उन्हें गत सप्ताह तक इन सभी वाक्यों की जानकारी नहीं थी लेकिन वे जब आव्रजन में गईं तो उन्हें पता चला कि उन पर गत साल 28 जून से जुर्माना लगाया गया है।

फरीदा ने अपने मालिक पर आरोप लगाया कि वह पूरे समय उनके पासपोर्ट को अपने पास रखता था और जब भी उन्होंने पासपोर्ट मांगा तो उसने हमेशा बहाना बनाकर टाल दिया। उन्होंने 3 महीने बिना वेतन के काम किया और एक दिन उन्हें दुकान भी बंद मिली।

फरीदा 13,000 दिरहम की रकम खर्च करके दुबई आई थीं, लेकिन अब उन्हें गिरफ्तारी और देश वापस भेजे जाने का भय सता रहा है। फिलहाल वे एक भारतीय परिवार के शरण में हैं। अभी उनके पास भारतीय महावाणिज्य दूतावास से जारी प्रोविजनल पासपोर्ट है और उसकी अवधि 21 सितंबर 2016 को खत्म हो जाएगी। (वार्ता)

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