वहीं दूसरी तरफ कास्त्रो भी मेराडोना को अपना महान मित्र बता चुके हैं। कास्त्रो 1959 की क्रांति के बाद सत्ता में आए थे और उन्होंने 49 वर्ष तक आने देश पर शासन किया था। वह करिश्माई व्यक्तित्व के थे। उन्होंने दृढ़ इच्छा शक्ति का परिचय दिया और शीतयुद्ध के समय में भी केंद्र बिंदु बने रहे। (वार्ता)