पंजाब प्रांत के गृह विभाग से हिरासत के आदेश के बाद सईद और उसके चार सहयोगियों को सोमवार नजरबंद कर दिया गया था। नजरबंदी के बाद उसके समर्थकों ने सरकार के इस फैसले को अमेरिका और भारत के दबाव में उठाया गया कदम बताया और पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन का सिलसिला शुरू कर दिया।