इंडोनेशिया की 47 वर्षीय एनी ने कहा कि मैं बहुत उत्साहित हूं, क्योंकि बहुत से लोग इस जगह आने का सपना देखते हैं। उन्होंने कहा कि इस जगह से जाने के बाद हम खुद को ज्यादा धार्मिक महसूस करते हैं। इंडोनेशिया सर्वाधिक जनसंख्या वाला मुस्लिम देश है और यहां से हजयात्रा पर जाने वाले हाजियों की संख्या भी सबसे अधिक होती है।
हज और उमरा मामलों के निदेशक अब्देलमजीद मोहम्मद अल अफगानी ने बताया कि इस साल हम 20 लाख हाजियों के यहां पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं। ईरान के लोग भी इस साल हज में शामिल हो रहे हैं, जो 2015 में मक्का में हुई भगदड़ के कारण पिछले साल यहां नहीं आए थे। इस भगदड़ में तकरीबन 2,300 लोगों की मौत हो गई थी।
वहीं पिछले 3 महीनों से खाड़ी देश राजनीतिक संकट में फंसे हुए हैं, जहां सऊदी अरब और उसके सहयोगी कतर के खिलाफ खड़े हो गए हैं। उन्होंने कतर पर ईरान से करीबी संबंध होने और चरमपंथ को बढ़ावा देने के आरोप लगाए हैं।
गैस समृद्ध कतर पर 5 जून से प्रतिबंध लागू हैं। इससे कतर का भूमि, समुद्री और हवाई संपर्क बुरी तरह प्रभावित हुआ है। इससे हजयात्रा पर भी कुछ प्रभाव पड़ा है हालांकि रियाद ने घोषणा की थी कि वह हाजियों के लिए कुछ प्रतिबंधों में रियायत देगा। (भाषा)