क्लिंटन तथा सैंडर्स के बीच तीखी नोक-झोंक

शुक्रवार, 12 फ़रवरी 2016 (16:10 IST)
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी पाने की होड़ कर रहीं हिलेरी क्लिंटन और बर्नी सैंडर्स अपने अपने पक्ष में लातीनी तथा अफ्रीकी मूल के अल्पसंख्यक मतदाताओं को गोलबंद करने की मुहिम चला रही हैं। इसी क्रम में नस्ल तथा आव्रजन के मुद्दे पर दोनों डेमोक्रेटिक नेताओं के बीच तीखी नोक-झोंक हुई।
 
मंगलवार को न्यू हैंपशायर की प्राइमरी में सैंडर्स के हाथों बुरी हार का सामना कर चुकीं हिलेरी अपनी चुनावी गति दोबारा पाने की कोशिश में मशगूल हैं और वह खुद को ज्यादा तार्किक, व्यावहारिक और प्रगतिशील व्यक्ति के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही हैं।
 
नस्ल और आव्रजन का यह मुद्दा उस समय आया है जब दोनों नेवाडा तथा साउथ कैरोलिना में अपनी चुनावी किस्मत आजमाने के लिए जा रहे हैं। दोनों ही प्रांतों में अल्पसंख्यकों की बड़ी आबादी है।
 
क्लिंटन ने अपने शुरुआती बयान में कहा कि मैं उन अवरोधों से निबटना चाहती हूं जो अभी इतने ढेर सारे अमेरिकियों की राह में खड़े हैं।
 
उन्होंने कहा कि अफ्रीकी मूल के अमेरिकी रोजगार बाजार, शिक्षा, आवास और फौजदारी न्याय प्रणाली में भेदभाव का सामना कर रहे हैं। खौफ में जी रहे मेहनती आव्रजक परिवारों को इस साए से निकाला जाए ताकि उनका और उनके बच्चों को बेहतर भविष्य मिल सके। गारंटी हो कि महिलाओं को काम का बराबर का भुगतान हो जिसकी वे हकदार हैं।
 
पीबीएस न्यूजआवर की ओर से चर्चा के सीधे प्रसारण में हिलेरी ने बार-बार राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ अपने रिश्तों पर जोर दिया। ओबामा अल्पसंख्यक मतदाताओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं।
 
आव्रजन सुधार पर भी चर्चा का एक प्रमुख विषय रहा। दोनों उम्मीदवारों ने अमेरिका में बिना दस्तावेज वाले तकरीबन एक करोड़ 10 लाख आव्रजकों को नागरिकता पाने की राह दिलाने की हिमायत की और ओबामा प्रशासन की ओर से ऐसे आव्रजकों को उनके देश भेजे जाने की घटनाओं में हाल के इजाफे की आलोचना की।
 
हिलेरी ने सैंडर्स पर आरोप लगाया कि उन्होंने 2007 में आव्रजन सुधार विधेयक के खिलाफ वोट डाला था। सैंडर्स ने अपने वोट का यह कहते हुए बचाव किया कि नागरिक अधिकार और आव्रजक समूहों ने भी इस विधेयक का विरोध किया था।
 
सैंडर्स ने रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी हासिल करने की होड़ में सबसे आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप के आव्रजक विरोधी रूख की आलोचना करते हुए कहा कि आर्थिक अनिश्चितता के लिए आव्रजकों को बलि का बकरा नहीं बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें दुनिया के ट्रंपों के खिलाफ खड़ा होना है जो हमें बांट रहे हें।
 
हिलेरी ने सैंडर्स पर आरोप लगाए कि सैंडर्स ने ओबामा की आलोचना जिन लफ्जों में की है उनका उपयोग आम तौर पर सिर्फ रिपब्लिकन नेता ही करते हैं।
 
सैंडर्स ने इसके जवाब में कहा कि वह ओबामा की इज्जत करते हैं लेकिन एक सीनेटर के तौर पर उन्हें राष्ट्रपति से मतभेद जताने का हक है।
 
दुनिया में अमेरिका की भूमिका पर एक सवाल के जवाब में हिलेरी ने कहा कि अमेरिका को आतंकवादी जंजालों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी, खास तौर पर आईएसआईएस के खिलाफ।
 
सैंडर्स ने कहा कि अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश अपने सहयोगियों के साथ मिल कर निश्चित तौर पर पूरी दुनिया से तानाशाहों को हटा सकता है। (भाषा)

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