ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि चीन के हित प्रभावित होंगे तो वह उत्तर कोरिया में यथास्थिति में बदलाव को स्वीकार नहीं करेगा। हालांकि अमेरिका भी इस मामले में चीन को संदेह भरी नजरों से देखता है और इस बात के लिए उसकी आलोचना करता है कि वह उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ कोई ठोस और कड़ा कदम नहीं उठा रहा है।
बहरहाल यह खबर अमेरिका, दक्षिण कोरिया, और जापान की चिंता बढ़ा सकती है जो हर हाल में उत्तर कोरिया को सबक सिखाना चाहते हैं। चीन द्वारा साथ नहीं देने की दिशा में उनकी राह आसान नहीं रहेगी।