मार्गरिटा आईलैंड (वेनेजुएला)। भारत ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के उरी में हुए आतंकवादी हमले ने वार्ता की जगह 'जहर' का इस्तेमाल करने की पाकिस्तानी मंशा को स्पष्ट कर दिया है। भारत ने यहां गुट निरपेक्ष सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को मिलने वाले 'घातक' समर्थन के लिए इस्लामाबाद के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया।
गुट निरपेक्ष आंदोलन 17वें सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज द्वारा अपने संबोधन में कश्मीर का मुद्दा उठाए जाने के बाद मीडिया से बातचीत में अकबर ने 'घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह और समर्थन देने' के लिए तथा आतंकवाद जैसी घृणित महामारी में निवेश करने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की।
अकबर ने कहा, 'उरी में हुआ हमला वार्ता के स्थान पर जहर का इस्तेमाल करने की पाकिस्तानी मंशा को दिखाता है। हम अंतरराष्ट्रीय मामलों में कभी भी उपकरण के रूप में क्रूरता के प्रयोग को स्वीकार नहीं करेंगे।' (भाषा)