नासा ने एक बयान में बताया कि करीब 2 मीटर तक की पहुंच रखने वाली इस भुजा का प्रयोग यान के डेक से वैज्ञानिक उपकरणों को उठाने और उन्हें मंगल की सतह पर लावा से बने मैदानी इलाके 'एलिसियम प्लेनिशिया' पर आराम से रखने के लिए किया जाएगा। एलिसियम प्लेनिशिया वह समतल भूमि है, जहां 26 नवंबर को 'इनसाइट' उतरा है।
एजेंसी ने कहा कि यह भुजा सबसे पहले अपनी कोहनी में स्थित इंस्ट्रूमेंट डिप्लॉयमेंट कैमरा (आईडीसी) का इस्तेमाल कर यान के सामने मौजूद मैदान की तस्वीर लेगी। इन तस्वीरों की मदद से मिशन की टीम के सदस्य यह निर्धारित कर पाएंगे कि 'इनसाइट' के भूकंपमापी एवं ताप प्रवाह उपकरण को कहां स्थापित करना है। ये एकमात्र ऐसे उपकरण हैं जिन्हें पहली बार किसी दूसरे ग्रह की सतह पर रोबोटिक प्रक्रिया से स्थापित किया जा रहा है।
कैलिफोर्निया के पासाडेना स्थित 'जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी (जेपीएल)' में मिशन के प्रधान अनुसंधानकर्ता ब्रूस बैनर्ड्ट ने कहा कि आज हम अपने कार्यस्थल की पहली झलक देख सकते हैं। 'भूकंपीय जांच, भूगणित एवं ताप अंतरण' के प्रयोग से आंतरिक अन्वेषण (इनसाइट) मिशन एक रोबोटिक अंतरिक्ष यान है जिसे लाल ग्रह (मंगल) के आंतरिक हिस्सों के गहन अध्ययन के लिए डिजाइन किया गया है। (भाषा)