नेतन्याहू ने रविवार तड़के एक वीडियो संदेश में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं – शांति ताकत के जरिए आती है। पहले ताकत दिखाई जाती है, फिर शांति आती है। आज रात, ट्रंप और अमेरिका ने पूरी ताकत के साथ कार्रवाई की है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भी राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के 3 परमाणु ठिकाने बर्बाद किए। जो हमने रात में किया कोई नहीं कर सकता था। अब शांति का समय है। मैंने कोशिश की कि युद्ध ना हो। लेकिन बाद में हमला करना पड़ा। ये कार्रवाई युद्ध रोकने के लिए की। अगर ईरान अब भी नहीं रुका तो और हमले करने होगे।
बहरहाल भले ही अमेरिका और इजराइल अब पश्चिम एशिया में शांति की उम्मीद कर रहे हो। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान जल्द ही पलटवार करेगा। यह भी कहा जा रहा है कि ईरानी सेना पश्चिम एशिया में स्थित किसी अमेरिकी ठिकाने को अपना निशाना बना सकती है। रूस, चीन समेत कई बड़े देश भी इजराइल और ईरान की जंग में अमेरिका की एंट्री से खुश नहीं है।