इस्तांबुल। तुर्की के एक अखबार ने शुक्रवार को कहा कि देश के पास पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या को लेकर सऊदी अरब की कहानी का खंडन करने वाले और सबूत हैं जिसमें दूसरी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी शामिल है। 'हुर्रियत' अखबार ने कहा कि यह दूसरी वॉयस रिकॉर्डिंग 15 मिनट की बताई जा रही है जिसमें साफतौर पर यह पता चलता है कि 'वॉशिंगटन पोस्ट' के स्तंभकार की हत्या पूर्व नियोजित थी।
सऊदी अरब के वली अहद के आलोचक रहे 59 वर्षीय खशोगी की 2 अक्टूबर को इस्तांबुल में सऊदी अरब के दूतावास में हत्या कर दी गई तथा उनके शव के टुकड़े कर दिए गए थे। तुर्की ने कहा कि सऊदी अरब के एक दल ने यह हत्या की, जो इस मकसद से इस्तांबुल आया था।