सेवा का संकल्प : 73 वर्षीय सम्राट ने अपने संबोधन में ब्रिटेन, उसके क्षेत्र और राष्ट्रमंडल की वफादारी व समर्पण के साथ सेवा करने का संकल्प लिया। चार्ल्स ने कहा कि महारानी एलिजाबेथ ने जीवन बखूबी जिया, नियति ने अपना काम किया और महारानी के निधन पर मुझे सबसे ज्यादा दुख हुआ। आजीवन सेवा का वह वादा आज मैं एक बार फिर आप सभी से करता हूं।