हम मॉस्को जा रहे हैं, जो सामने आएगा तबाह कर देंगे! जानिए कौन है बागी येवगेनी प्रिगोझिन?

शनिवार, 24 जून 2023 (15:35 IST)
who is Wagner Group head Yevgeny Prigozhin: भाड़े की सेना 'वैगनर ग्रुप' के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन के बगावती तेवरों ने रूस को मुश्किल में डाल दिया है। रोस्तोव में सेना मुख्‍यालय पर वैगनर का कब्जा हो गया है। रूसी सेना को चुनौती देने वाले येवगेनी ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि हम मॉस्को जा रहे हैं। जो हमारे सामने आएगा उसे तबाह कर देंगे। 25 हजार लड़ाके जान देने के लिए हैं। 
 
किसी समय रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी रहे येवगेनी आज उन्हीं को आंखें दिखा रहे हैं। हालांकि पुतिन ने कहा है कि वैगनर के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। बगावत करने वाले आतंकवादियों को सजा दी जाएगी। इस बीच, रूस में महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही प्रशासन ने रोस्तोव में लोगों से घर में ही रहने की सलाह दी है। 
 
आइए जानते हैं कौन है वैगनर ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन... 
वर्ष 1961 में लेनिनग्राद (अब सेंट पीटर्सबर्ग) में जन्मे येवगेनी को मारपीट, डकैती और धोखाधड़ी के मामले में 13 साल की सजा सुनाई गई थी, लेकिन सोवियत यूनियन के पतन के बाद प्रिगोझिन को 9 साल की सजा के बाद रिहा कर दिया। अपराधी प्रवृत्ति के येवगिन ने जेल से बाहर आने के बाद हॉट डॉग का स्टॉल लगाया। उसकी दुकान चल पड़ी और इसके बाद उसने एक रेस्टोरेंट खोल लिया। 
 
धीरे-धीरे येवगेनी का रेस्टारेंट काफी लोकप्रिय हो गया। रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी यहां विदेशी मेहमानों को खाना खिलाने ले जाने लगे। तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति जैक शिराक को भी पुतिन येवगिनी के रेस्टोरेंट में भोजन के लिए लेकर गए थे। इसी दौरान येवगेनी पुतिन के करीब आ गया। इसके बाद येवगिन ने कैटरिंग का व्यवसाय शुरू किया तथा रूसी सेना और स्कूली बच्चों को खाना खिलाने के लिए सरकार ठेके लेने लगा। इस बिजनेस में उसने खूब पैसा कमाया और उसकी पहचान पुतिन के रसोइए के रूप में बन गई। 
 
जैसे-जैसे पैसा आया येवगेनी की महत्वाकांक्षाएं भी बढ़ने लगीं। उसने रूसी सेना के सहयोग से ही एक निजी सेना खड़ी कर दी। इसमें रिटायर्ड सैन्यकर्मियों को शामिल किया है। येवगेनी पर यह भी आरोप लगे थे कि उसने वैगनर ग्रुप में अपराधियों को भी शामिल कर लिया है। कहा जाताहै कि जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को ‍अग्रिम मोर्चे पर तैनात किया गया। एक वक्त यह भी आया जब रूस में येवगेनी को पुतिन के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाने लगा। 
 
जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को ही अग्रिम मोर्चे पर तैनात किया गया। वैगनर ग्रुप के बढ़ते दबदबे के चलते ही येवगेनी प्रिगोझिन का भी रूस के शीर्ष नेतृत्व में दबदबा भी बढ़ा है और प्रिगोझिन को पुतिन के अगले उत्तराधिकारी के रूप में भी देखा जाने लगा था।
 
वैगनर समूह पर अफ्रीका, सीरिया और यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप भी लग चुका है। हालांकि येवगेनी ने पहले वैगनर समूह के साथ संबंध होने से इंकार किया था, लेकिन 26 सितंबर 2022 को प्रिगोझिन ने स्वीकार किया कि उन्होंने मई 2014 में, विशेष रूप से डोनबास में रूसी सेना का समर्थन करने के लिए वैगनर समूह की स्थापना की थी। (photo : Twitter) Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

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