श्रीलंका के पुनर्वास केंद्रों में लिट्टे के 104 सदस्यों को जहर देकर मारा

गुरुवार, 18 अगस्त 2016 (16:20 IST)
श्रीलंका के तमिल नेताओं ने आरोप लगाया है कि यहां के पुनर्वास केंद्रों में लिट्टे के लगभग सौ कार्यकर्ताओं को जहर का इंजेक्शन देकर मौत के घाट उतारा गया है। सरकार ने गुरुवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
प्रमुख तमिल पार्टी टीएनए के नेताओं और तमिल मीडिया ने दावा किया है कि लिट्टे के 104 पूर्व लड़ाकों को जहर का इंजेक्शन दिया गया था जिसके चलते उनकी मौत हो गई। इंजेक्शन के कारण कुछ में शारीरिक अक्षमता आ गई है।
 
उत्तरी क्षेत्र के मुख्यमंत्री सीवी विघ्नेश्वरन ने बताया है कि अमेरिकी वायुसेना का चिकित्सीय दल फिलहाल तमिल बहुल उत्तरी इलाके में है। वह पुनर्वास केंद्रों में रह चुके लिट्टे के पूर्व कार्यकर्ताओं की जांच करेगा। इन कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि सरकारी हिरासत केंद्रों या पुनर्वास केंद्रों में उन्हें जहरीले पदार्थ दिए गए थे जिसके कारण वे बीमार हो गए हैं।
 
रक्षा राज्यमंत्री रूवान विजयवर्देने ने इन दावों को 'गलत आरोप' बताते हुए खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा, 'उत्तर के कुछ नेता गलत आरोप लगा रहे हैं, वह भी ऐसे समय जब सरकार उत्तरी इलाके के लोगों से जुड़े मुद्दों को वास्तव में हल करने का प्रयास कर रही है। यह अफसोसजनक है।'
 
विजेवर्देने ने कहा, 'सरकार से अनुमति लेकर कोई भी, यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी कोई भी इन पुनर्वास केंद्रों में आकर यहां जो भी काम हो रहा है उसे देख सकता है।' सरकारी प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री रजीता सेनारत्ने ने भी इन दावों को खारिज किया है। (भाषा)

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