मलाला ने साक्षात्कार में कहा कि वे अपने गुलमकयी नेटवर्क के भारत में विस्तार को लेकर बहुत उत्साहित हैं, जहां वे स्थानीय लोगों के साथ मिलकर काम करना चाहती हैं, क्योंकि वे स्थानीय मुद्दों को अच्छी तरह समझते हैं और साथ ही आवश्यक समाधान सुझा सकते हैं।
उन्होंने माना कि भारत और पाकिस्तान के पहले एक ही देश होने के नाते उनकी संस्कृति और उनकी समस्याएं भी एक जैसी हैं। भारत के बारे में बात करते हुए मलाला ने कहा कि भारत से मुझे जो समर्थन मिला है वह अपरिहार्य है और मैं इस प्यार और समर्थन के लिए भारत में हर किसी का आभार व्यक्त करना चाहती हूं। मुझे भारत से समर्थन के बहुत सारी चिट्ठियां मिली हैं, जैसे मैं पाकिस्तान की लड़कियों के बारे में चिंतित हूं, वैसे ही मैं भारत की लड़कियों के बारे में भी चिंतित हूं और यह संख्या लाखों में है।