मनीला पुलिस के प्रवक्ता कर्नल एरविन मारगारिजो ने इस अभियान की जानकारी देते हुए आज कहा कि यह बुधवार रात को शुरू किया गया था और यह एक समय का बड़ा अभियान है और इन अपराधियों को मरना ही था, क्योंकि उन्होंने पुलिस के सामने हथियार डालने के बजाए उन पर हमला करने का रास्ता चुना।
पुलिस का यह अभियान केवल मादक पदार्थ तस्करों के खिलाफ ही नहीं है बल्कि अन्य अपराधियों के लिए भी है जो चोरी, डकैती और दूसरे अपराधों में सक्रिय रहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये अपराधी पुलिस कार्रवाई का विरोध करेंगे और आत्मसमर्पण नहीं करेंगे तो उन्हें कोई नहीं बचा सकता है।
मनीला पुलिस के इस तरह के अभियानों की मानवाधिकार संगठनों ने कड़ी आलोचना शुरू कर दी है लेकिन राष्ट्रपति ने यहां तक कह दिया कि अगर मानवाधिकार कार्यकर्ता पुलिस अभियान की राह में अड़चन बनें तो उन्हें भी गोली मार देनी चाहिए। इस बयान की अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने जोरदार आलोचना करते हुए कहा है कि इससे मानवाधिकार कार्यकर्ता भीषण खतरे में हैं। (वार्ता)