इस 14 दिवसीय मिशन को 29 मई को लॉन्च होने था। इसे 8 और 10 जून तक टालना पड़ा। बाद में लान्चिंग की तारीख को 1 दिन बढ़ा दिया गया। स्पेसएक्स के फाल्कन-9 रॉकेट में ईंधन रिसाव और फिर आईएसएस के रूसी खंड में रिसाव के कारण इसकी लान्चिंग नहीं हो सकी। इसके बाद 19 जून को मिशन लॉन्च करने का फैसला किया गया। हालांकि मिशन इस दिन भी लॉन्च नहीं हो सका। इसके बाद 22 जून की तारीख तय की गई। अब नासा जल्द ही एक नई तारीख का एलान करेगा।
क्या है मिशन का उद्देश्य : इस मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स कंपनी के फाल्कन 9 रॉकेट से आईएसएस भेजा जाना है। Ax-4 कहलाने वाले वर्तमान मिशन का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में वैज्ञानिक अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करना है। निजी अंतरिक्ष यात्राओं को प्रोत्साहित करना और भविष्य में अपना एक वाणिज्यिक अंतरिक्ष स्टेशन (Axiom Station) स्थापित करना भी एक्सियोम स्पेस की महत्वाकांक्षा है।
मिशन में कौन कौन शामिल : नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस में मानव अंतरिक्ष उड़ान की निदेशक पैगी व्हिटसन वाणिज्यिक मिशन की कमान संभालेंगी, जबकि इसरो के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पायलट के रूप में काम करेंगे। दो अंतरिक्ष यात्री पोलैंड के स्लावोज उज़्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर केपू हैं। चौदह दिवसीय मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए मानव अंतरिक्ष यान की वापसी को साकार करेगा।