उन्होंने कहा कि उन्हें अयोग्य ठहराने वाले न्यायाधीश उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी उदाहरण देने में नाकाम रहे। उन्होंने कहा, 'क्या इसे अयोग्यता कहनी चाहिए? मैं कल फिर जनता द्वारा प्रधानमंत्री बनाया जाऊंगा।'
शरीफ ने कहा, 'मुझे हटाने की साजिशें करीब साढे तीन साल पहले शुरू हो गई थीं और अंतत: उन्होंने (सैन्य प्रतिष्ठान और न्यायपालिका) अपमानजनक तरीके से मुझे निष्कासित कर दिया। मैं गद्दार नहीं हूं। मैं देशभक्त पाकिस्तानी हूं।' (भाषा)