इससे पहले दिन में डोडा जिले में भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक वंशवाद ने क्षेत्र को नष्ट कर दिया है और नए नेतृत्व को उभरने नहीं दिया। प्रधानमंत्री मोदी पर पलटवार करते हुए नेकां उपाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को इन दलों के साथ गठबंधन करने में कोई हिचक नहीं है। उन्होंने किश्तवाड़ में मुठभेड़ के दौरान दो सैनिकों की शहादत पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठाया।
उमर अब्दुल्ला ने दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में कहा, प्रधानमंत्री ने डोडा में भाषण दिया...किश्तवाड़ में हुए हमले को अभी 24 घंटे भी नहीं हुए हैं जिसमें उत्तरी कश्मीर में मुठभेड़ के दौरान सेना के दो बहादुर जवान शहीद हो गए। उन्होंने कहा, वह लोगों को गुमराह करने के लिए वंशवाद की बात करते हैं। उन्हें वर्तमान स्थिति के बारे में बात करनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि जब पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद-370 को निरस्त किया गया तो देश के लोगों से कहा गया कि कश्मीर में हिंसा विशेष दर्जे के कारण है और इसे (विशेष दर्जे को) हटाए जाने के बाद बंदूक (आतंकवाद) का असर खत्म हो जाएगा। नेकां नेता ने कहा, पांच साल हो गए हैं, लेकिन (आतंकी) मुठभेड़ अब भी जारी हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) पर वंशवाद की राजनीति को लेकर हमला बोला था। इस बारे में पूछे जाने पर उमर अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा सत्ता में आने के लिए इन दलों के साथ गठबंधन करने में कुछ भी गलत नहीं देखती।
उन्होंने कहा, जब भाजपा को इनमें से किसी एक परिवार की जरूरत थी, उस समय हम (जम्मू-कश्मीर के) विनाश के लिए जिम्मेदार नहीं थे। जब भाजपा का पीडीपी से गठबंधन था तब उसे पीडीपी में कुछ भी गलत नहीं लगा। जब (पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी) वाजपेयी को मंत्री बनाना था और उन्होंने मुझे चुना, तब हममें कुछ भी गलत नहीं था। अब चुनाव के दौरान वे कहते हैं कि हम गलत हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता ने दावा किया कि अगर जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के पास सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या बल नहीं होगा और पीडीपी उसे समर्थन देने का फैसला करेगी, तब उन्हें (भाजपा को) इसमें कुछ भी गलत नहीं लगेगा।(भाषा)
Edited By : Chetan Gour