पाकिस्तानी सेना के अधिकारी ने बताया कि वे लोग विभिन्न आतंकी गतिविधियों समेत निर्दोष नागरिकों की हत्या, संचार साधनों के विनाश, बिजली के ढांचे, शैक्षणिक संस्थानों के विनाश और पाकिस्तान के सशस्त्र बलों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर हमले जैसे अपराधों में शामिल थे।
उन्होंने बताया कि आतंकी हमले के भय से गुपचुप तरीके से काम करने वाली सैन्य अदालतों ने इन आतंकियों पर मुकदमा चलाया। उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान मुहम्मद इब्राहीम, रिजवान उल्लाह, सरदार अली और शेर मुहम्मद खान के रूप में हुई है। ये सभी लोग प्रतिबंधित संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के सक्रिय सदस्य थे। (भाषा)