इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी (Fawad Chaudhary) मंगलवार को दोबारा गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी जान की बाजी लगाते हुए यहां हाईकोर्ट की इमारत में घुस गए। पिछले सप्ताह पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की गिरफ्तारी के बाद उनकी पार्टी के समर्थकों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव के तहत पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेता चौधरी को हिरासत में लिया गया था। उन्होंने इस मामले में रिहा किए जाने के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट (आईएचसी) में याचिका दायर की थी।
न्यायमूर्ति मियांगुल हसन औरंगजेब की अदालत में सुनवाई के दौरान चौधरी ने हलफनामा दिया कि वह किसी भी हिंसक विरोध प्रदर्शन में भाग नहीं लेंगे, इसके बाद अदालत ने उन्हें रिहा करने का आदेश दिया। इससे उत्साहित चौधरी अदालत की ओर से लिखित आदेश जारी होने से पहले ही वहां से जाने लगे।
पीछे से किसी को “उनके लिए पानी लाओ” कहते हुए सुना गया। इसी बीच कोई दूसरा व्यक्ति कहता है “बेहोश होने वाले हैं।”चौधरी की पत्नी हिबा ने ट्वीट किया कि उन्होंने एक बार फिर गिरफ्तार करने की कोशिश की। बाद में चौधरी ने न्यायमूर्ति औरंगजेब को बताया कि अदालत से जमानत मिलने के बावजूद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की।
बाद में न्यायाधीश ने उन्हें दिलासा दिया। न्यायाधीश ने कहा कि आप तो खुद एक वकील हैं, लिहाजा आपको तो लिखित आदेश का इंतजार करना चाहिए था। इसके बाद न्यायाधीश ने चौधरी को किसी भी मामले में गिरफ्तार करने पर रोक लगा दी, जिसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली। भाषा Edited By : Sudhir Sharma